एडिटर/संपादक तनीश गुप्ता✍️
खंडवा। देवउठनी ग्यारस, ग्यारस खोपड़ी के पावन अवसर पर शहर के कई मंदिरों में ग्यारस का यह पर्व उत्साह के साथ मनाया गया सनातन धर्म में देवउठनी एकादशी से ही मांगलिक कार्यों, शादी ब्याह की शुरुआत होती है। इस दिन तुलसी और शालिग्राम जी का विवाह भी आयोजित होता है। मंगलवार को कार्तिक मास की एकादशी पर लोगो ने अपने घरों में गन्ने की झोपड़ी बनाकर विधि विधान के साथ बोर भाजी आंवला उठो देव सांवला के भजन के साथ तुलसी विवाह आयोजित किया तथा तुलसी माता की आरती भी हुई। इस अवसर पर लोगो ने अपने घर के सामने जमकर पटाखों से आतिशबाजी भी की गई। इस दिन बाजारों में गन्ने फूल बोर भाजी आँवला की भी खूब बिक्री हुई ।साथ ही महिलाओं ने अपने घर के आंगन में रंगोली से तुलसी मैया का चित्र उकेरा और घर घर दीपक लगाये।साथ ही मन्दिरो में भी धार्मिक आयोजन किये गये।